भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने के लिए सात सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल गठित किए हैं। इनमें कांग्रेस नेता शशी थरूर, भाजपा के रवि शंकर प्रसाद, जदयू के संजय कुमार झा, भाजपा के बैजयंत पांडा, डीएमके की कनिमोझी, राकांपा की सुप्रिया सुले और शिवसेना के श्रीकांत एकनाथ शिंदे शामिल हैं। प्रत्येक प्रतिनिधिमंडल में पांच से छह सांसद, वरिष्ठ राजनयिक और कुछ गैर-सांसद सदस्य होंगे।
ये दल मई के अंत में अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, संयुक्त अरब अमीरात, दक्षिण अफ्रीका और अन्य देशों की यात्रा करेंगे। इनका उद्देश्य भारत के आतंकवाद के प्रति ‘शून्य सहनशीलता’ के रुख को वैश्विक मंचों पर प्रस्तुत करना है ।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “ऐसे क्षणों में भारत एकजुट खड़ा है। सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल जल्द ही प्रमुख देशों में जाएंगे, आतंकवाद के खिलाफ हमारे साझा संदेश के साथ। यह राष्ट्रीय एकता का शक्तिशाली प्रतिबिंब है।”
शशी थरूर ने इस अवसर पर कहा, “राष्ट्रीय हित में जब मेरी सेवाओं की आवश्यकता होती है, तो मैं पीछे नहीं हटता।” यह पहल भारत के आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ रुख और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन प्राप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।