प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2025 को 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की सलामी मंच से राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने सबसे पहले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को राजघाट पर श्रद्धांजलि अर्पित की और फिर तिरंगा फहराया। उनके भाषण की शुरुआत संविधान निर्माता और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि देकर हुई, जिन्हें “एक देश, एक संविधान” के आंदोलन से जोड़ा गया ।
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कई अहम घोषणाएं कीं:
गिरिजनों और संवैधानिक मूल्यों को नमन: स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान निर्माताओं को प्रणाम; न्याय, आज़ादी, समानता और भ्रातृत्व के मूल्यों पर विश्वास ।
ऑपरेशन सिंदूर की वीरता: मई में पहालगाम आतंकवादी हमले के जवाब में ऑपरेशन के तहत पाक एवं PoK में आतंक के ठिकानों पर सटीक हमले, भारतीय आत्मनिर्भर रक्षा क्षमताओं की पुष्टि ।
स्वदेशी रक्षा ताकत: इस अभियान में आकाश और ब्रह्मोस मिसाइल जैसे स्वदेशी सिस्टमों का उपयोग, ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सफलता की मिसाल ।
‘नया भारत’ का विजन: 2047 तक ‘विकसित भारत’ की ओर अग्रसर राष्ट्र का लक्ष्य साझा किया गया ।
मेड-इन-इंडिया चिप्स: प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि भारत के पहले पूर्णतः स्वदेशी सैमीकंडक्टर चिप्स इस वर्ष यानी 2025 के अंत तक बाजार में उपलब्ध होंगे ।
सेमीकंडक्टर उद्योग को बढ़ावा: छह निर्माण इकाइयां पहले से सक्रिय हैं और चार नयी इकाइयों को हाल ही में मंजूरी मिली है ।
सस्ता और सशक्त – ‘दाम कम, दम ज्यादा’: वैश्विक व्यापार तनावों के बीच स्थानीय उद्योगों को सशक्त बनाने की अपील ।
मेक इन इंडिया का विस्तार: उभरते क्षेत्रों जैसे फाइटर जेट, सेमीकंडक्टर और अंतरिक्ष तकनीक में स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा।
‘वोकल फॉर लोकल’ की बात: उपभोक्ताओं को स्थानीय उद्यमों को समर्थन देने का आह्वान।
आत्मनिर्भरता ही स्वतंत्रता की असली नींव: विदेशी निर्भरता से सावधान रहने और आत्मनिर्भरता पर ज़ोर ।