राजस्थान के अलवर जिले में धर्मांतरण को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। स्थानीय पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम ने एक हॉस्टल पर छापा मारकर जांच की, जिसमें 52 बच्चों को सुरक्षित निकाला गया। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई उन गतिविधियों को रोकने के लिए की गई थी, जिनके तहत बच्चों को धर्म बदलने के लिए दबाव बनाया जा रहा था।
पुलिस ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और उनके अभिभावकों से संपर्क किया गया। जांच में कई ऐसे दस्तावेज और साक्ष्य भी बरामद किए गए, जो धर्मांतरण की कोशिशों को उजागर करते हैं। अधिकारी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना अलवर में सामाजिक और धार्मिक संवेदनशीलता के मुद्दों पर गंभीर सवाल खड़े करती है। स्थानीय प्रशासन ने कहा कि बच्चों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है और ऐसे किसी भी प्रयास को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राज्य सरकार ने इस घटना के बाद सभी जिलों में सतर्कता बढ़ाने और संभावित धर्मांतरण की घटनाओं पर निगरानी रखने के आदेश दिए हैं। समाज के कई वर्गों ने इस कार्रवाई की सराहना की है और इसे बच्चों के अधिकारों की रक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया है।