मणिपुर में जारी संघर्ष के बीच एक सकारात्मक कदम उठाते हुए कुकी-जो समुदाय ने राष्ट्रीय राजमार्ग-2 (NH-2) को खोलने पर सहमति जताई है। यह मार्ग राज्य की जीवनरेखा माना जाता है, और इसके बंद होने से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति और लोगों की आवाजाही में गंभीर समस्याएँ उत्पन्न हो गई थीं।
केंद्र और राज्य सरकार के अधिकारियों के बीच हुई वार्ता के बाद यह निर्णय लिया गया। कुकी-जो समुदाय के नेताओं ने बताया कि यह कदम शांति और सामान्य स्थिति की ओर एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने यह भी कहा कि इस समझौते से स्थानीय लोगों की दैनिक जीवन में सुधार होगा और क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा।
हालांकि, कुछ अन्य समुदायों ने इस समझौते को लेकर अपनी चिंताएँ व्यक्त की हैं, लेकिन कुल मिलाकर यह निर्णय मणिपुर में शांति की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। स्थानीय लोग और व्यापारी वर्ग इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं, क्योंकि इससे व्यापारिक गतिविधियाँ और आवश्यक सेवाएँ सुचारू रूप से चल सकेंगी।
राज्य सरकार ने इस समझौते को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की बात कही है, और उम्मीद जताई है कि यह पहल मणिपुर में स्थायी शांति की ओर अग्रसर होगी।