अन्ना यूनिवर्सिटी से जुड़े रेप मामले ने तमिलनाडु की राजनीति में भूचाल ला दिया है। विपक्षी पार्टी एआईएडीएमके ने सत्ताधारी डीएमके पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की सरकार आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। मामला तब उजागर हुआ जब एक छात्रा ने विश्वविद्यालय में उसके साथ हुए यौन शोषण की शिकायत की।
छात्रा का आरोप है कि विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी और कुछ अन्य लोग इसमें शामिल हैं। शिकायत के बावजूद पुलिस द्वारा कोई सख्त कार्रवाई न होने पर विपक्ष ने इसे मुद्दा बनाते हुए विधानसभा से लेकर सड़कों तक सरकार को घेरा है।
एआईएडीएमके नेता ने कहा कि सरकार विश्वविद्यालय के प्रभावशाली लोगों को बचा रही है और पीड़िता को न्याय नहीं मिल रहा। वहीं डीएमके ने आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि सरकार मामले की निष्पक्ष जांच करवा रही है।
यह मामला राज्य की शिक्षा व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। लोगों में आक्रोश है और वे दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।