पटना के रामकृष्णनगर इलाके में शुक्रवार शाम एक और कारोबारी विक्रम झा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्हें किसी अज्ञात हमलावर ने गोली मारी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया । घटना ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर उठ रहे सवालों को और हवा दे दी है।
इससे पहले इस महीने तीन अन्य व्यापारियों—गोपाल खेमका और रमाकांत यादव सहित—की हत्या होने की घटनाएँ सामने आ चुकी हैं । इन वारदातों के चलते राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक सिद्ध हो रही है।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए सवाल उठाए, “बेहोश मुख्यमंत्री क्यों चुप हैं? राज्य में हर रोज हत्याएँ हो रही हैं, जिम्मेदार कौन?” । उनके इस बयान ने राजनीतिक गर्माहट बढ़ा दी है, और विपक्ष राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर तीखा हमला कर रहा है।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कारनामा करने वाले हमलावरों की खोज में लगी हुई है। SP (East), परिचय कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज आने का इंतजार है, जिससे आरोपी की पहचान हो सकेगी ।
यह लगातार दूसरी हत्या ने बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सावधानी बरतने की जरूरत को रेखांकित किया है, खासकर विधानसभा चुनावों के दृष्टिगत।