पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील को ठुकराते हुए शुक्रवार को मालदा और मुर्शिदाबाद के दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। 11 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हुए प्रदर्शनों के दौरान मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हुई थी और कई घायल हुए थे।
राज्यपाल बोस ने कहा, “मैं स्वयं जाकर स्थिति का जायजा लेना चाहता हूं।” उन्होंने राहत शिविरों में रह रहे पीड़ितों से मुलाकात की और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बातचीत की।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यपाल से अनुरोध किया था कि वे कुछ दिनों के लिए मुर्शिदाबाद की यात्रा स्थगित करें, ताकि स्थिति सामान्य हो सके और लोगों का विश्वास बहाल किया जा सके।
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष विजया रहाटकर भी शुक्रवार को मालदा और मुर्शिदाबाद के दौरे पर हैं। वे राहत शिविरों में महिलाओं से मिलेंगी और हिंसा के दौरान उनके साथ हुए दुर्व्यवहार की जांच करेंगी। आयोग ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए एक जांच समिति का गठन किया है।
इस बीच, राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने और जिनके घर या दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं, उन्हें पुनर्निर्माण में मदद करने की घोषणा की है। साथ ही, एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है जो इस हिंसा की जांच करेगा।