प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ‘राइजिंग भारत समिट 2025’ में अपने संबोधन के दौरान ‘विकसित भारत’ के लिए अपने दृढ़ संकल्प को दोहराया। उन्होंने कहा, “भारत जो रुकेगा नहीं, थमेगा नहीं,” यह दर्शाता है कि देश तेजी से प्रगति की ओर बढ़ रहा है और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है।
प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत की इस अप्रत्याशित गति के पीछे युवाओं की महत्वाकांक्षाएं और आकांक्षाएं हैं। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ‘विकसित भारत 2047’ परियोजना पर पिछले दो वर्षों से काम कर रही है, जिसमें देश भर से 15-20 लाख लोगों के सुझाव लिए गए हैं।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में दीक्षाभूमि का दौरा किया, जहां उन्होंने डॉ. बी.आर. आंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि एक विकसित और समावेशी भारत बनाना ही बाबासाहेब आंबेडकर के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
प्रधानमंत्री मोदी के ये वक्तव्य देश को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने की उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं, जिसमें सभी नागरिकों के लिए समान अवसर और समावेशिता सुनिश्चित की जाएगी।