भारत ने अपने पहले स्वदेशी 5वीं पीढ़ी के स्टेल्थ लड़ाकू विमान ‘एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट’ (AMCA) के विकास को मंजूरी दे दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को AMCA कार्यक्रम के कार्यान्वयन मॉडल को स्वीकृति प्रदान की, जिससे देश की रक्षा क्षमताओं को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया गया है।
इस परियोजना का नेतृत्व रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) करेगी। इसमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की कंपनियां प्रतिस्पर्धात्मक आधार पर भाग लेंगी। AMCA एक ट्विन-इंजन स्टेल्थ विमान होगा, जिसमें सुपरक्रूज़, सेंसर फ्यूजन, आंतरिक हथियारों का भंडारण और उन्नत एवियोनिक्स जैसी विशेषताएं होंगी। यह विमान भारतीय वायुसेना की वायु श्रेष्ठता को बढ़ाने में सहायक होगा।
DRDO ने 2035 तक AMCA के पहले प्रोटोटाइप के उड़ान भरने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इससे भारत को अमेरिका, रूस और चीन जैसे देशों के साथ 5वीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के क्लब में शामिल होने का अवसर मिलेगा।
इस परियोजना से भारत की रक्षा स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति होगी और घरेलू एयरोस्पेस उद्योग को भी प्रोत्साहन मिलेगा।