2025 की जुलाई में DRDO (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) ने प्रोजेक्ट विष्णु के अंतर्गत विकसित Extended Trajectory Long Duration Hypersonic Cruise Missile (ET‑LDHCM) की ड्रोन जमीन‑आधारित परीक्षण के अंतिम चरण की तैयारी तेज कर दी है। यह मिसाइल Mach 8 यानी ध्वनि से आठ गुना अधिक गति, और लगभग 1,500 किलोमीटर तक की मारक क्षमता रखती है—जो वर्तमान ब्रह्मोस मिसाइल से कहीं आगे है।
इस मिसाइल की विशेषता है स्टेल्थ टेक्नोलॉजी, उच्च सटीकता, मिड‑फ्लाइट तरीके से दिशा बदलने की क्षमता, और एक्सट्रीम कंडीशन्स में कार्य करने की योग्यता—जो इसे रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण बनाती है । DRDO इन मॉडलों को तय समय में लॉन्च प्लैटफ़ॉर्म (भूमि, समुद्र, वायु) से परीक्षण करने की योजना बना रहा है।
DRDO के अध्यक्ष डॉ. समीर के एम. कामत ने जय जवान–जय विज्ञान के उद्देश्य से कहा कि इस मिसाइल से भारत को चीन और पाक अधिकृत सीमा तक व्यापक कार्यक्षमता मिल सकती है, और यह अगली पीढ़ी की रक्षा प्रणाली का हिस्सा बनेगी ।
यह परियोजना भारत की रणनीतिक ताकत, रक्षात्मक स्वतंत्रता, और क्षेत्रीय संतुलन क्षमता में एक नए युग की शुरुआत को इंगित करती है।