प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मिशन चंपारण’ के तहत मोतिहारी में ₹7,200 करोड़ से अधिक की विकास परियोजनाओं की शुरुआत की, जिसका मकसद बिहार की 21 विधानसभा सीटों में भाजपा और NDA का ग्राउंड तैयार करना है। इसमें ₹5,398 करोड़ के रेलवे प्रोजेक्ट, ₹1,173 करोड़ के सड़क कार्य, ₹63 करोड़ के IT पहल, साथ ही तीन नई Amrit Bharat एक्सप्रेस ट्रेनें शामिल हैं।
मोदी ने साथ ही 40,000 ग्रामीण आवासों के लिए ₹162 करोड़, 61,500 स्वयं सहायता समूहों के लिए ₹400 करोड़ की घोषणाएं कीं और 12,000 लाभार्थियों को ‘गृह प्रवेश’ की चाबियाँ दीं। मोतिहारी की 12 सीटों में से तीन को विशेष रूप से विश्लेषित किया जा रहा है, क्योंकि भाजपा वहां अपना क्षेत्रीय आधार मजबूत करना चाहती है।
दरअसल, मोतिहारी नकद राजनीतिक रणनीति की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है—यह कदम विधानसभा चुनाव से पूर्व प्रभाव बनाना चाहता है। तेज इंतज़ाम (10,000 से अधिक सुरक्षा कर्मी, सीमापर घेराबंदी सहित) ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक और सुरक्षित बनाने में भूमिका निभाई ।
इस रणनीतिक दौरे से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि मोदी और NDA बिहार में ‘चम्पारण मॉडल’ को चुनावी जनादेश के रूप में प्रस्तुत करने के लिए तैयार हैं।