बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में युवा, महिला और पहली बार वोटर निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। राज्य में कुल 7.43 करोड़ मतदाताओं में से 1.63 करोड़ 20-29 आयु वर्ग के हैं और 14.01 लाख मतदाता पहली बार मतदान करेंगे। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि इन समूहों की भागीदारी चुनाव परिणामों को प्रभावित कर सकती है।
राजनीतिक दल इन मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए विभिन्न योजनाएं प्रस्तुत कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने प्रत्येक परिवार को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है, जबकि कांग्रेस ने महिलाओं को हर महीने 2500 रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। प्रशांत किशोर की जन सुराज अभियान में भी युवाओं के लिए रोजगार और शिक्षा पर जोर दिया गया है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इन मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक दलों को केवल घोषणाओं से आगे बढ़कर ठोस कदम उठाने होंगे। यदि इन समूहों की आकांक्षाओं को सही दिशा में पूरा किया जाता है, तो वे चुनाव परिणामों में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं।
इस प्रकार, बिहार चुनाव 2025 में युवा, महिलाएं और पहली बार वोटर निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं, बशर्ते राजनीतिक दल उनकी आवश्यकताओं को समझकर प्रभावी योजनाएं लागू करें।