पुलिस और प्रशासन की सख्त कार्रवाई में उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले में गिरफ्तार धर्मांतरण के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की अवैध और भव्य कोठी तीन दिनों तक बुलडोज़र चलाने के बाद मिट्टी में समा गई। अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई के दौरान लगभग 80% अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया गया है और यह प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी जब तक जमीन पूरी तरह अतिक्रमण मुक्त नहीं हो जाती।
कोठी में कुल 40 कमरे थे, जिनकी दीवारें पुल जैसी मजबूत सरियों से बनी थीं और इसे किला बताया जा रहा था। इसमें VIP अस्तबल, विदेशी नस्लों के घोड़े, कुत्ते और गायें रखे गए थे, जिनकी कीमतों से अनुमानित 100 करोड़ रुपये का साम्राज्य उजागर हुआ। अतिक्रमण स्थल पर सोलर कनेक्शन (15 KW) भी स्थापित था।
प्रशासन ने इस कार्रवाई को ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत और धर्मांतरण रैकेट के संलिप्तता को देखते हुए बेहद जरूरी माना। ED व ATS की जांच भी तेज कर दी गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट रूप से कहा कि अवैध निर्माण और गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त किसी को बक्शा नहीं जाएगा।
यह घटना बलरामपुर में कानून-व्यवस्था के सुधार और धार्मिक गतिविधियों के दुरुपयोग को रोकने की दिशा में एक निर्णायक कदम के रूप में देखी जा रही है।