चीन ने संकेत दिए हैं कि वह अमेरिका द्वारा दिए गए टैरिफ (शुल्क) वार्ता के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहा है। बीजिंग ने स्पष्ट किया है कि उसके बातचीत के दरवाज़े खुले हैं, बशर्ते प्रस्ताव संतुलित और आपसी सम्मान पर आधारित हो। यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर सुर्खियों में है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका द्वारा टैरिफ में राहत के प्रस्ताव का मूल्यांकन किया जा रहा है। साथ ही चीन ने यह भी स्पष्ट किया कि वह एकपक्षीय दबाव या अनुचित शर्तों को स्वीकार नहीं करेगा।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर दोनों देशों के बीच यह वार्ता सफल होती है, तो यह वैश्विक व्यापार को स्थिरता देने में अहम भूमिका निभा सकती है। अमेरिका ने पहले ही संकेत दिए हैं कि वह चीन के कुछ उत्पादों पर लगाए गए टैरिफ में कटौती करने को तैयार है, बशर्ते चीन कुछ रणनीतिक रियायतें दे।
यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों आर्थिक महाशक्तियाँ किस तरह से संतुलन साधती हैं और व्यापार युद्ध की दिशा को शांति की ओर मोड़ती हैं।