देहरादून जिले के चंद्रबनी क्षेत्र में रहने वाली शिवानी गुप्ता नाम की महिला को अपने पति रोहित गुप्ता की मृत्यु के बाद एक गंभीर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ा। रोहित गुप्ता ने ICICI लोम्बार्ड बीमा योजना के तहत ₹15.50 लाख का लोन लिया था, लेकिन 15 मई 2024 को अचानक उनकी मृत्यु हो गई। बीमा कवर होने के बावजूद बैंक द्वारा लगातार किश्तों के लिए दबाव बनाया जा रहा था, जिससे परेशान होकर शिवानी ने जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत की गंभीरता को समझते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए DCB बैंक की शाखा को सील करने के आदेश दे दिए। तहसीलदार और राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर बैंक की संपत्ति को जब्त करते हुए शाखा को सील कर दिया। यह कार्रवाई राज्य में प्रशासनिक संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा का बड़ा उदाहरण बनी।
इस कदम के बाद बैंक प्रबंधन हरकत में आया और कुछ ही दिनों में शिवानी के घर जाकर लोन माफ करने की घोषणा की गई। उन्हें ‘नो ड्यूज़ सर्टिफिकेट’ भी सौंपा गया, जिससे यह प्रमाणित हुआ कि अब उन पर कोई बकाया नहीं है। इसके बाद प्रशासन ने बैंक शाखा को दोबारा खोलने की अनुमति दे दी।
इस पूरे मामले से यह स्पष्ट होता है कि यदि कोई नागरिक नियमानुसार शिकायत करता है, तो प्रशासन उनके साथ खड़ा होता है और उन्हें न्याय दिलाने के लिए पूरी ताकत लगाता है। यह घटना उत्तराखंड में शासन की मानवता और संवेदनशीलता की मिसाल बन गई है।