उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने गाज़ियाबाद के कवि नगर में 47 वर्षीय हर्षवर्धन जैन को गिरफ्तार किया है, जिसने 2016 से चल रहा एक गुप्त और भ्रामक मिशन संचालित किया था—जहां उसने खुद को गैर-मौजूद देशों जैसे वेस्टआर्कटिका, साबोरगा, लोडोनिया, पोल्विया का राजदूत घोषित किया।
जैन ने एक साधारण किराए के घर को बदलकर इसे “वेस्ट आर्कटिक दूतावास” बना दिया, जहां उसने फर्जी पासपोर्ट, मुहर, डिप्लोमेटिक नंबर प्लेट्स, और अंतरराष्ट्रीय झंडों का उपयोग करके लोगों को विदेशों में रोजगार दिलाने का झांसा दिया ।
छापेमारी के दौरान पुलिस को ₹44.7 लाख नकद, विदेशी करेंसी, चार लग्ज़री वाहन, 12 फर्जी डिप्लोमैटिक पासपोर्ट, 34 स्टैंप, फर्जी प्रेस व PAN कार्ड सहित कई दस्तावेज़ बरामद हुए ।
STF ने बताया कि यह केवल एक ठगी ही नहीं, बल्किshell कंपनियों के ज़रिए हवाला रैकेट और फाइनेंशियल फ्रॉड का हिस्सा था । जैन का अतीत संदिग्ध है—2011 में अवैध सैटेलाइट फोन रखने पर भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज हुआ था, और वह पूर्व में हस्ताक्षरकर्ता चंद्रस्वामी तथा आर्म्स डीलर एडनान खगोशी से जुड़ा था ।