गुजरात के अमरेली जिले में तीन छोटे शावकों की तीन दिनों के भीतर मौत से वन विभाग में अलर्ट जारी हो गया है। राज्य के वन मंत्री मुलुभाई बेरा ने पुष्टि की कि दो शावकों की मृत्यु 27 और 28 जुलाई, जबकि तीसरा शावक 30 जुलाई 2025 को दर्ज की गई ।
तुरंत जूनागढ़ से पशुचिकित्सा टीम को बुलाया गया, जिसके नेतृत्व में तीन शावकों और छह अन्य शेरों सहित तीन शेरिनों को पृथक करके खून के नमूने लिए गए। ये सभी स्वास्थ्य परीक्षण के लिए चयनित किए गए हैं, ताकि संभावित संक्रमण या बीमारी से बचाव सुनिश्चित किया जा सके ।
वन अधिकारियों ने बताया कि बारिश के मौसम में पैरेसाइट संक्रमण, हीमोग्लोबिन की कमी, या कैनाइन डिस्टर (CDV) जैसे वायरस की आशंका होती है, जैसा कि 2018 में कई मौतों में देखा गया था ।
शवों की प्रारंभिक जांच से पेट में रक्त की कमी और कमजोरी के लक्षण मिले। विभाग ने कहा है कि पूरी रिपोर्ट आने तक सतर्कता जारी रहेगी और आसपास के क्षेत्र में निगरानी बढ़ाई गई है ।
इस घटना के मद्देनजर, अधिकारियों ने पूरे गिर क्षेत्र में स्वास्थ्य चौकसी अभियान तेज कर दिया है। यदि अन्य मौतें होती हैं, तो व्यापक सैनिटाइजेशन और स्क्रीनिंग का निर्णय लिया जाएगा ताकि भारत की राष्ट्रीय संजीवनी — एशियाई शेरों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।