हज़रतबल दरगाह में राष्ट्रीय प्रतीक—अशोक चक्र युक्त पट्टिका—को तोड़े जाने की घटना के बाद पुलिस द्वारा लगभग 30 लोगों को हिरासत में लेने का मामला गरमा गया। इस विवादास्पद कार्रवाई को लेकर सत्ताधारी नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। पार्टी ने अधिकारियों से इन लोगों को रिहा करने और FIR वापस लेने की मांग की है, साथ ही बल प्रयोग को अनुचित बताया है।
FIR श्रीनगर के नगीने पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई है, जिसमें धार्मिक स्थान पर राष्ट्रीय प्रतीक की अपमानजनक तोड़-फोड़, दंगों, आपराधिक साजिश जैसे कई आरोप शामिल हैं। घटना के बाद पुलिस ने CCTV फुटेज की मदद से संदिग्धों की पहचान कर उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
NC नेता सलमान सागर ने कहा कि यह कार्रवाई “क्रियात्मक प्रतिशोध” जैसी है और प्रशासन को क्षमायाचना के साथ संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। NC अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने इस विवाद की शुरुआत उस समय देखी जा सकती थी जब Waqf बोर्ड ने स्वयं पुरस्कार-धामिका में यह प्रतीक लगाया था।
हालांकि, पुलिस ने अभी तक आधिकारिक गिरफ़्तारी की पुष्टि नहीं की है, केवल पूछताछ संबंधी हिरासत की जानकारी दी है। घटनास्थल पर तनाव अभी बरकरार है, और आगे की परिस्थितियों पर निगरानी रखी जा रही है।