हिमाचल के मंडी जिले में भारी बारिश के बीच आई भूस्खलन की घटनाओं ने मंडी–मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित टनल नंबर 11 और 13 में फंसे लगभग 250–300 पर्यटकों को फंसाया। दोनों सिरों (हनोगी और पांढोड़) को मिट्टी और चट्टानों ने ब्लॉक कर दिया, वहीं करीब 70–80 वाहन भी अटके रहे।
स्थानीय प्रशासन, NDRF और SDRF की संयुक्त टीमें बचाव कार्य में जुटीं हुई हैं। अब तक 34–41 लोग बचाए जा चुके हैं, जबकि 1 व्यक्ति की मौत और 12–18 अन्य लापता बताए जा रहे हैं । प्रशासन ने उन लोगों के लिए भोजन, पानी और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था कर दी है, जिन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है।
IMD ने मंडी, कूल्लू, सोलन, और सिरमौर सहित 10 जिलों के लिए रेड‑अलर्ट जारी किया है, जबकि फ्लैश फ्लड और और भूस्खलन का खतरा बरकरार है । प्रशासन ने लोगों को गैर‑ज़रूरी यात्रा न करने की सलाह दी है और बचाव कार्य 24 घंटे चल रहा है।
राज्य में तेज़ बारिश जारी होने के कारण हालात कठिन हैं, लेकिन बचाव टीमें रुक-रुक कर राहत पहुंचा रही हैं। यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए जगह-जगह ड्रोन और खानों का उपयोग किया जा रहा है, ताकि फंसे हुए लोगों तक पहुँच सकें।