मुंबई/नई दिल्ली: आने वाले नवरात्रि पर्व के मद्देनज़र वishwa हिन्दू परिषद (VHP) ने गरबा-डांडिया आयोजकों को एक नया एडवाइजरी जारी किया है जिसमें सिर्फ हिंदू ही गरबा कार्यक्रमों में प्रवेश पा सकते हैं।
इस एडवाइजरी के अनुसार, प्रवेश द्वार पर उपस्थित लोगों से आधार कार्ड की कड़ी जांच की जाएगी, तिलक करना अनिवार्य होगा और पूजा (पुजा अर्चना) करने के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ता राज्यभर में इन कार्यक्रमों की निगरानी करेंगे।
राज्य सरकार और राजनीतिक दलों की प्रतिक्रियाएँ मिली mixed-रहीं। महाराष्ट्र के वरिष्ठ भाजपा नेता चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि यदि आयोजकों ने पुलिस अनुमति ले रखी हो तो उन्होंने आयोजकों को यह अधिकार है कि वे प्रवेश के लिए शर्तें निर्धारित करें।वहीं, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने VHP की इस नीति को विवादित व समाज विभाजनकारी करार दिया।
इस तरह के कदम का मकसद, बताया जा रहा है, त्योहारों के दौरान “प्यार जिहाद” जैसे आरोपों से हिंदू-महिलाओं व युवा लड़कियों की रक्षा करना और असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर नियंत्रण रखना है।
नवरात्रि इस वर्ष 22 सितंबर से 1 अक्टूबर, 2025 के बीच मनाई जाएगी। गरबा-डांडिया कार्यक्रमों में इस तरह के नियमों के लागू होने से सामाजिक व सांस्कृतिकता पर बहस शुरू हो गई है।