उत्तर प्रदेश की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने Pearls Agro‑Tech Corporation Limited (PACL) के निदेशक गुरनाम सिंह (69) को पंजाब के रोपड़ से गिरफ्तार किया है। उन पर ₹49,000 करोड़ से अधिक के विशाल पोंज़ी घोटाले को चलाने का आरोप है, जिसमें देशभर के लगभग 5 करोड़ निवेशक फंसे थे—यह आधुनिक भारत के सबसे बड़े वित्तीय धोखाधड़ी मामलों में से एक है ।
पीएसीएल, जिसे पहले Guruvante Agro‑Tech Ltd के नाम से 1996 में रजिस्टर्ड किया गया था, 2011 में अपना नाम बदल कर Pearls Agro‑Tech रखा। कंपनी ने लोगों को कृषि भूमि में निवेश का लालच देकर अधिक रिटर्न का वादा किया, लेकिन वास्तविकता में पुराने निवेशकों को नए निवेशकों की राशि से भुगतान होता रहा—a classic Ponzi structure ।
एनडीआरएफ की रिपोर्ट के अनुसार, इसमें खरीदारों को केवल बॉन्ड सर्टिफिकेट और रसीदें दी जाती थीं—लेकिन जमीन के असली टाइटल मिलने का कभी कोई भरोसा ही नहीं दिया गया । निवेशकों में से कई—जिनमें रिटायर्ड लोग, किसान, और मध्यम वर्ग शामिल हैं—ने अपनी ज़िंदगी की सारी बचत इस घोटाले में लगा दी।
अब पुलिस ने इस केस में प्राथमिक सूचना रिपोर्ट दर्ज कर दी है, और गुरनाम सिंह की गिरफ्तारी से जांच मजबूती से आगे बढ़ने की उम्मीद है। वहीं, पीएसीएल के अन्य शीर्ष पदाधिकारियों के खिलाफ लंबित मुकदमे SEBI, ED, और CBI द्वारा भी चल रहे हैं ।
यह घोटाला वित्तीय जागरूकता और निवेशकों को सतर्क रहने की गंभीर ज़रूरत को उजागर करता है—खासकर जब बहुत अधिक लाभ के वादे किए जाएँ। निवेश से पहले पूरी पहचान-परख और प्रमाणित स्रोतों से जानकारी लेना कितना ज़रूरी है, यह मामला फिर से दिखाता है।