19 मई 2025 को नई दिल्ली में एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई के हालिया बयान का समर्थन करते हुए कहा कि संवैधानिक पदों के लिए प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य है। धनखड़ ने कहा, “मैं भी एक तरह से पीड़ित हूं। आपने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की तस्वीरें देखी होंगी, लेकिन उप-राष्ट्रपति की नहीं।” उन्होंने आगे कहा कि जब वह पद छोड़ेंगे, तो सुनिश्चित करेंगे कि उनके उत्तराधिकारी की तस्वीर भी प्रदर्शित हो।
यह टिप्पणी मुख्य न्यायाधीश गवई के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उनके स्वागत में अनुपस्थित रहने पर असंतोष व्यक्त किया था। गवई ने कहा था कि यह व्यक्तिगत नहीं है, बल्कि उस पद का सम्मान है जिसे वह धारण करते हैं।
धनखड़ ने कहा, “मुख्य न्यायाधीश और प्रोटोकॉल बहुत ऊंचे स्थान पर हैं। जब उन्होंने यह संकेत दिया, तो यह व्यक्तिगत नहीं था, यह उस पद के लिए था जिसे वह धारण करते हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि प्रोटोकॉल का पालन करना केवल व्यक्तिगत सम्मान का विषय नहीं है, बल्कि यह संवैधानिक संस्थाओं के सम्मान और लोकतांत्रिक प्रणाली की स्थिरता के लिए आवश्यक है।