कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने हाल ही में पार्टी के भीतर उठे विवादों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके हालिया बयान केवल आतंकवादी हमलों के जवाब में की गई कार्रवाईयों के संदर्भ में थे, न कि भारत की पिछली सैन्य कार्रवाइयों के बारे में। थरूर ने कहा, “मेरे आलोचक मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ सकते हैं, लेकिन मेरे पास करने के लिए बेहतर काम हैं।”
उनके इस बयान के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उदित राज और पवन खेड़ा ने तीखी आलोचना की। उदित राज ने थरूर पर कांग्रेस की विरासत को कमतर आंकने का आरोप लगाया, जबकि पवन खेड़ा ने थरूर की पुस्तक ‘The Paradoxical Prime Minister’ का हवाला देते हुए उनके बयानों में विरोधाभास की ओर इशारा किया।
थरूर वर्तमान में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एक बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य आतंकवाद के खिलाफ भारत की कड़ी प्रतिक्रिया को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करना है। उन्होंने कहा कि उनके बयान का उद्देश्य भारत की हालिया आतंकवाद विरोधी कार्रवाइयों को उजागर करना था।
इस विवाद ने कांग्रेस पार्टी के भीतर विचारधारा और नेतृत्व को लेकर मतभेदों को उजागर किया है, जिससे पार्टी के भीतर असंतोष की स्थिति बनी हुई है।