भारत ने 2025 में चंडीगढ़ में आयोजित एक विशेष समारोह में अपने प्रतिष्ठित MiG-21 लड़ाकू विमानों को विदाई दी। यह विमान भारतीय वायुसेना के लिए 1960 के दशक से लेकर अब तक की सेवा का प्रतीक रहे हैं। इस अवसर पर, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी. आर. चौधरी ने कहा कि MiG-21 ने भारतीय वायुसेना को कई महत्वपूर्ण अभियानों में सफलता दिलाई है और यह विमान भारतीय वायुसेना के इतिहास का अभिन्न हिस्सा रहेगा।
MiG-21 को ‘बाइसन’ संस्करण में अपग्रेड किया गया था, जो अधिक उन्नत तकनीक और हथियार प्रणालियों से लैस था। इस विमान ने 1971 के भारत-पाक युद्ध, कारगिल युद्ध और अन्य कई अभियानों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, अब इसे नए और आधुनिक विमानों से प्रतिस्थापित किया जा रहा है, लेकिन MiG-21 की सेवा और योगदान भारतीय वायुसेना में हमेशा याद रखा जाएगा।
इस विदाई समारोह में भारतीय वायुसेना के अधिकारियों, पूर्व पायलटों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। यह आयोजन भारतीय वायुसेना की समृद्ध विरासत और शौर्य का प्रतीक है।