भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हाल ही में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष का भारतीय अर्थव्यवस्था पर नगण्य प्रभाव पड़ा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अप्रैल 22 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर की गई कार्रवाई और पाकिस्तान की ओर से की गई प्रतिक्रिया के बावजूद आर्थिक गतिविधियाँ सामान्य रहीं।
मल्होत्रा ने कहा, “संघर्ष का आर्थिक गतिविधियों पर बहुत सीमित प्रभाव पड़ा। कुछ दिनों के लिए उत्तरी भारत में हवाई अड्डे बंद हुए और हवाई यातायात में कमी आई, लेकिन आपूर्ति श्रृंखला में कोई बड़ी बाधा नहीं आई।” उन्होंने यह भी बताया कि कुछ क्षेत्रों में कीमतों में अस्थायी वृद्धि देखी गई, लेकिन अब स्थिति सामान्य हो गई है।
गवर्नर ने यह भी कहा कि इस संघर्ष का मुद्रास्फीति, विकास दर या समग्र आर्थिक गतिविधियों पर कोई महत्वपूर्ण असर नहीं पड़ा है। उन्होंने COVID-19 के मामलों में हालिया वृद्धि को लेकर भी चिंता व्यक्त नहीं की, यह कहते हुए कि यह अब एक सामान्य वायरस बन चुका है और उम्मीद है कि ऐसा ही रहेगा।
इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि RBI ने मौजूदा वैश्विक और क्षेत्रीय तनावों के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिरता बनाए रखने के लिए अपनी नीतियों को प्रभावी रूप से लागू किया है।