प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 अक्टूबर 2025 को इज़राइल और हमास के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते का स्वागत किया। यह समझौता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के मध्यस्थता में हुआ है, जो गाजा क्षेत्र में दो वर्षों से जारी संघर्ष के बाद एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। समझौते के तहत, हमास सभी जीवित बंधकों को जल्द ही रिहा करेगा और इज़राइल अपनी सेनाओं को गाजा से पीछे हटाएगा। इसके अतिरिक्त, गाजा के नागरिकों के लिए मानवीय सहायता भी बढ़ाई जाएगी।
पीएम मोदी ने इस समझौते को “स्थायी शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम” बताया और इसे इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की “मजबूत नेतृत्व क्षमता” का प्रमाण माना। उन्होंने उम्मीद जताई कि बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता गाजा के लोगों को राहत प्रदान करेगी और क्षेत्र में स्थायी शांति की राह प्रशस्त होगी।
इस समझौते का स्वागत विश्वभर के नेताओं ने किया है, जिनमें कनाडा, अर्जेंटीना, मलेशिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, भारत और पाकिस्तान शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र ने भी इस समझौते का समर्थन करते हुए दो-राज्य समाधान की दिशा में इसे एक सकारात्मक कदम बताया है।