भारतीय शेयर बाजार ने सप्ताह का समापन गिरावट के साथ किया, निवेशकों में अमेरिकी-भारत व्यापार समझौते की अनिश्चितता और मुनाफा वसूली के कारण सावधानी बनी रही। बीते हफ्ते सेंसेक्स और निफ्टी दोनों 0.7% तक टूटे: निफ्टी 25,461 पर और सेंसेक्स 83,432.89 के स्तर पर बंद हुआ ।
हफ्ते की शुरुआत में खरीदारी देखी गई थी, लेकिन जैसे-जैसे जुलाई 9 की अमेरिकी-भारतीय व्यापार समझौते की समयसीमा नजदीक आई, बाजार में मुनाफावसूली तेज हुई। बैंकिंग, ऑटो और रियल्टी सेक्टर में दबाव रहने को मिला, जबकि आईटी और हेल्थकेयर में निवेशकों की रुचि बनी रही ।
विदेशी फंड (FIIs) ने उच्च मात्राओं के कारण सतर्क रुख अपनाया, लेकिन घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने थोड़ी राहत दी । रिटेल ब्रोकिंग हाउस Religare के अजीत मिश्रा ने बताया, “व्यापार समझौते के आसपास अनिश्चितता देखने को मिली, लेकिन समझौते की उम्मीद मुनाफा वसूली को सीमित करने में मददगार साबित हुई” ।
मौद्रिक स्थितियों की मजबूती भी बनी रही — RBI से लगभग ₹2.69 लाख करोड़ लाभांश हस्तांतरण और जून में GST संग्रह 6.2% वृद्धि पर रहा ।