उत्तराखंड देहरादून में प्रधानमंत्री पोषण योजना (Mid‑Day Meal) में करीब ₹3.1–3.15 करोड़ के कथित घपले की जांच शुरू कर दी गई है। शिक्षा विभाग के अनुबंधित MIS समन्वयक नवीन सिंह रावत पर इस धनराशि को निजी खाते में ट्रांसफर करने का आरोप लगाया गया है। शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलाल भारती द्वारा रायपुर थाने में दर्ज कराई गई आईएफ़आर में बताया गया है कि रावत ने 2022–23 से योजना के फंड का गबन किया, जिसमें उन्होंने “मेकर” और बिल चेकिंग दोनों भूमिका निभाते हुए सिस्टम की जवाबदेही को टाला ।
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य सरकार ने दो सदस्यों—अपर निदेशक गढ़वाल कंचन देवराड़ी और शिक्षा विभाग के वित्त नियंत्रक हेमेंद्र गंगवार—की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया है, जिसे मामले पर दो दिन में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है । समिति ने प्रारंभिक साक्ष्यों का आकलन शुरू कर दिया है। विभागीय सूत्रों ने संकेत दिया है कि बैंक कर्मचारी भी इस मामले में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि खाते से फंड ट्रांसफर हेतु बैंक लेनदेन की भूमिका अहम थी ।
बड़ी बात यह है कि आरोपी रावत पिछले दस वर्षों से इसी पद पर था, जिससे फंड की कई वार्षिक आवंटन में अड़चन नहीं हुई। शिक्षा विभाग में जब बैंक बैलेंस चेक की गई तो अचानक कमी नजर आई, जिससे घोटाले का पर्दाफाश हुआ । मामले में FIR दर्ज कर ली गई है और पुलिस की छानबीन जारी है; यदि आरोप सही पाए गए तो गंभीर कार्रवाई की संभावना है।