ईरान ने 13 जून 2025 की रात इज़राइल पर जबर्दस्त मिसाइल हमले किए, जिनमें लगभग 100 बैलिस्टिक मिसाइलें दो चरणों में दागी गईं। इज़राइली अधिकारी बताते हैं कि इनमें से अधिकांश मिसाइलें इरॉन डोम और अन्य हवा से रक्षा प्रणालियों द्वारा रोक दी गईं, लेकिन कुछ बारे में थोड़ी मात्रा में विस्फोट और क्षति हुई।
इस हमले की पृष्ठभूमि में इज़राइल की ओर से ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल ठिकानों पर किए गए बड़े हमला था, जिसमें ईरानी सैन्य कमांडरों और परमाणु वैज्ञानिकों की मृत्यु हुई । ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने जवाबी हमले को “इज़राइल को बेशहारा करने” की उनकी कसम और एक “युद्ध घोषणा” बताया ।
इजरायल के रक्षा मंत्री इज़राइल कातज़ ने इसे “लाल रेखा” पार करने वाला हमला बताया, विशेष रूप से जब सामान्य नागरिक इलाकों को निशाना बनाया गया । अमेरिका ने भी इस दौरान इज़रायल को कुछ मिसाइलों को रोकने में मदद की ।
इस हमले में इज़राइल में एक महिला की मौत हुई और दर्जनों लोग घायल हुए, जबकि ईरान में इज़रायली हमलों में कम से कम 78 लोग मारे गए और 300 से अधिक घायल हुए।