भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 15 मई 2025 को अफगानिस्तान के तालिबान शासन के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी से फोन पर बातचीत की, जो दोनों देशों के बीच 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद पहला उच्च-स्तरीय संपर्क था।
जयशंकर ने मुत्ताकी से 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए आभार व्यक्त किया, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। उन्होंने अफगानिस्तान और भारत के बीच विश्वास को बढ़ावा देने के लिए हालिया प्रयासों की सराहना की, विशेष रूप से पाकिस्तान मीडिया द्वारा फैलाए गए निराधार आरोपों के खिलाफ मुत्ताकी की स्पष्ट अस्वीकृति का स्वागत किया।
जयशंकर ने इस अवसर पर भारत और अफगानिस्तान के बीच पारंपरिक मित्रता और विकासात्मक सहयोग की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार, वीजा सुविधा, और चाबहार बंदरगाह के विकास जैसे मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
यह संवाद भारत की रणनीतिक प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए अफगानिस्तान के साथ संबंधों को पुनर्निर्मित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।