उत्तर भारत में जोरदार मानसूनी बारिश ने जम्मू और कश्मीर में तबाही मचा दी है, जिससे फटे पुल, ब्लॉक हो चुकी सड़कें और संचार व्यवस्था पूरी तरह बाधित हो गई है। विशेष रूप से जम्मू में बारिश ने मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवा को जमीन पर ला दिया है, जिससे लाखों लोग एक-दूसरे से कट गए हैं और राहत कार्यों में अड़चनें पैदा हो रही हैं। टावी, चेनाब, बेसैंटर एवं झेलम नदियाँ उफान पर हैं, जिससे निचली इलाकों में बाढ़ग्रस्त हालात बन गए हैं।
वैष्णो देवी दर्शन मार्ग पर मंगलवार के दिन एक भूस्खलन के कारण कम से कम 30 लोगों की मौत हुई और कई लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं। मुख्य मार्ग और पुल टूटने से जम्मू–श्रीनगर हाईवे, जम्मू–पठानकोट मार्ग समेत अन्य प्रमुख सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिससे आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है।
राज्य में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और राहत कार्य तेजी से जारी है, जहां अधिकारियों की प्राथमिकता बिजली, पानी और मोबाइल नेटवर्क की बहाली है। मौसम विभाग ने और बारिश व तूफानी हवाओं की चेतावनी दी है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।