महाराष्ट्र में हालिया मूसलधार बारिश ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में तबाही मचाई है। अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 30 से अधिक जिले जलमग्न हो गए हैं। कृषि विभाग के अनुसार, लगभग 14.3 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
पुणे जिले में, पिछले सप्ताह की बारिश ने 273 हेक्टेयर फसलें नष्ट कर दीं, जिसमें प्याज, सब्जियाँ, और अन्य खड़ी फसलें शामिल हैं। इससे लगभग 720 किसान प्रभावित हुए हैं। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यह नुकसान असामान्य सितंबर बारिश के कारण हुआ है, जो जलवायु परिवर्तन का संकेत है।
राज्य सरकार ने प्रभावित किसानों के लिए ₹2,215 करोड़ का राहत पैकेज मंजूर किया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घोषणा की है कि 8-10 दिनों में ₹1,829 करोड़ सीधे 31 लाख से अधिक किसानों के खातों में भेजे जाएंगे। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस पैकेज को अपर्याप्त बताते हुए आलोचना की है।
कृषि मंत्री शरद पवार ने सरकार से प्रभावित किसानों के साथ संवाद स्थापित करने और फसल नुकसान के आकलन में तेजी लाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि बिना पंचनामे के भी किसानों को राहत प्रदान की जानी चाहिए।
राज्य में आगामी दिनों में और बारिश की संभावना जताई जा रही है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है। सरकार और प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हुए हैं, लेकिन किसानों की मदद के लिए और प्रयासों की आवश्यकता है।