भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) जस्टिस संजीव खन्ना ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम न्यायाधीश जस्टिस भुषण रामकृष्ण गवाई के नाम को उनके उत्तराधिकारी के रूप में केंद्र सरकार को सिफारिश की है। जस्टिस गवाई 14 मई 2025 को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। उनकी नियुक्ति की प्रक्रिया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा शपथ ग्रहण के साथ पूरी होगी।
जस्टिस गवाई का कार्यकाल नवंबर 2025 तक रहेगा, जब तक वह 23 नवंबर को सेवानिवृत्त नहीं हो जाते। उन्हें मई 2019 में बॉम्बे हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत किया गया था। वह अनुसूचित जाति से संबंधित पहले न्यायाधीश हैं, जो 2010 के बाद सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त हुए हैं।
जस्टिस गवाई सुप्रीम कोर्ट में भूमि अधिग्रहण, सेवा कानून, आपराधिक कानून और उपभोक्ता संरक्षण से संबंधित मामलों की सुनवाई करते हैं। उनकी नियुक्ति न्यायपालिका में वरिष्ठता के सिद्धांत के अनुसार की गई है, जिसमें वरिष्ठतम न्यायाधीश को उनके उत्तराधिकारी के रूप में चुना जाता है।
इस नियुक्ति से न्यायपालिका में निरंतरता बनी रहेगी और न्यायिक प्रक्रिया में विश्वास को और मजबूती मिलेगी।