हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा ने पुलिस पूछताछ में स्वीकार किया है कि वह पहलगाम आतंकी हमले से पहले पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम उर्फ ‘दानिश’ के संपर्क में थीं। यह संपर्क नवंबर 2023 से मार्च 2025 तक चला, जिसके दौरान मल्होत्रा को खुफिया जानकारी साझा करने के लिए तैयार किया गया था ।
मल्होत्रा, जो “ट्रैवल विद जो” नामक यूट्यूब चैनल चलाती थीं, को 16 मई को हिसार में गिरफ्तार किया गया। उनके पास से जब्त किए गए उपकरणों में तीन मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के आईटी प्रभारी हरकीरत सिंह के दो फोन शामिल हैं, जिन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है ।
पुलिस के अनुसार, मल्होत्रा ने पूछताछ के दौरान कोई पछतावा नहीं जताया और कहा, “मुझे कोई पछतावा नहीं है,” जिससे संकेत मिलता है कि वह अपने कार्यों को उचित मानती हैं ।
यह मामला भारत में सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के माध्यम से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने की घटनाओं की गंभीरता को उजागर करता है।