तेलंगाना के BRS (भारत राष्ट्र समति) कार्यकारी अध्यक्ष K T रामाराव (KTR) ने दिल्ली में चुनाव आयोग से मुलाकात कर चुनाव प्रणाली में सुधार की मांग की है। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव (नवंबर 2025) से पारंपरिक कागजी बैलेट वापस लाने का आग्रह किया है, क्योंकि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVMs) के प्रति सार्वजनिक भरोसा लगातार घट रहा है ।
KTR ने चुनाव आयोग को यह भी सुझाव दिया कि विशेष चुनावी सूची संशोधन (Special Intensive Revision – SIR) के तहत बिहार में कई प्रवासी और कमजोर समुदायों के वोटर नाम हटाए जा रहे हैं, जिससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है। उन्होंने वैज्ञानिक और पारदर्शी द्विवार्षिक संशोधन प्रक्रिया अपनाने, बूथ‑स्तरीय समिति द्वारा सत्यापन कराने, और वोटर सूची स्थानीय स्तर पर सार्वजनिक रूप से दिखाने की वकालत की ।
इसके अतिरिक्त BRS ने आठ “फ्री प्रतीकों” (जैसे कैमरा, रोड रोलर, शिप) को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की, जो BRS के आरक्षित ‘कार’ प्रतीक से भ्रमित करते हैं, खासकर वृद्ध एवं निरक्षरों के लिए ।
KTR का मानना है कि वैधता बनाए रखने के लिए वोटिंग प्रणाली में पारदर्शिता और विश्वसनीयता अनिवार्य है। उन्होंने चुनाव आयोग से केस की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई की अपील की।