मणिपुर में सुरक्षा बलों ने एक व्यापक अभियान शुरू कर उग्रवादी नेटवर्क पर बड़ा हमला बोला। इस कार्रवाई में कुल 21 संदिग्ध उग्रवादी गिरफ्तार किए गए, जिनमें 15 प्रतिबंधित PLA (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) के सदस्य और 6 UKNA (यूनाइटेड कुकि नेशनल आर्मी) के सदस्य शामिल हैं।
अभियान के दौरान दो आरोपी—थौंगराम सदानंद सिंह और खोमड्राम ओजित सिंह—उत्तरी मणिपुर में 19 सितंबर को हुई असम राइफिल्स काफिले पर हमले से जुड़े मुख्य संदिग्ध बताए गए हैं।साथ ही, अलग-अलग छापों में हथियार, गोला-बारूद और अन्य सैन्य सामग्री बरामद की गई है।
अधिकारी यह दावा करते हैं कि यह कार्रवाई मणिपुर में हिंसा की पुरानी जटिलता को तोड़ने की दिशा में एक निर्णायक कदम है।
इस दौरान, खुफिया एजेंसियाँ यह भी जांच रही हैं कि हाल ही में हुए हमलों में कहीं राजनीतिक दखल तो नहीं था — विशेष रूप से यह विचार कि कुछ हमले “कॉन्ट्रैक्ट किलिंग” स्वरूप के हो सकते हैं।
राज्य सरकार ने सुरक्षा हालात की समीक्षा तेज कर दी है और सीमित इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इस कार्रवाई को स्थानीय सुरक्षा ढाँचे को मजबूत करने और आम जनता के जीवन-क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाला कदम माना जा रहा है।