प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 6 जून 2025 को जम्मू-कश्मीर दौरे से पहले, पूरे क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को अत्यधिक कड़ा कर दिया गया है। यह दौरा पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद का पहला है, जिसमें 26 नागरिकों की जान गई थी।
प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे में दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे आर्च पुल ‘चिनाब ब्रिज’ और भारत के पहले केबल-स्टे ब्रिज ‘अंजी खड्ड ब्रिज’ का उद्घाटन करेंगे। साथ ही, कटरा से श्रीनगर तक दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे।
इस ऐतिहासिक यात्रा के मद्देनजर, जम्मू-कश्मीर में बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई है। विशेष सुरक्षा समूह (SPG), भारतीय सेना, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। ड्रोन, सीसीटीवी कैमरे, स्निफर डॉग्स और नाइट विजन उपकरणों के माध्यम से निगरानी की जा रही है।
कटरा, रियासी, उधमपुर और रामबन जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। उधमपुर रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे में ₹46,000 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे, जिससे क्षेत्र में पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।