हिमाचल प्रदेश में तेज मानसूनी बारिश और भूस्खलन ने भयंकर तबाही मचाई है। पिछले 20 दिनों में 85 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जिनमें से 54 रोगी व हादसों में और 31 सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, भूस्खलन, फ्लैश फ्लड और क्लाउडबर्स्ट लगातार हो रहे हैं ।
मंडी जिला सबसे अधिक प्रभावित रहा — यहाँ 340 घर ध्वस्त हुए, 751 को आंशिक क्षति पहुंची। लगभग 208 से 204 मार्ग बंद हैं, जिनमें NH‑003 भी शामिल है, और 192 बिजली ट्रांसफॉर्मर व 740 जलापूर्ति योजनाएँ प्रभावित हुई हैं। कुल मिलाकर संपत्ति व मौद्रिक नुकसान ₹700–800 करोड़ आंका गया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके रिलीफ़ कार्य का जायज़ा लिया और पीड़ितों को सहूलियत दिलाने का आश्वासन दिया । साथ ही, SDMA ने लोगों से संवेदनशील क्षेत्रों में यात्रा न करने, बचाव कार्य जारी रखने और भारी बारिश की नई चेतावनी को देखते हुए सतर्क रहने की सलाह दी है।
यह मानसूनी तूफ़ान हिमाचल की भौगोलिक संवेदनशीलता को फिर उजागर करता है और आपको उन इलाकों से बचने की चेतावनी देता है जो भूस्खलन व नदी-रास्तों से संबंधित हैं।