CBSE पाठ्यक्रम में शामिल हो छत्रपति शिवाजी महाराज का इतिहास: सांसद रविंद्र वायकऱ की केंद्र से मांग

एमपी रविंद्र वायकऱ ने सीबीएसई (CBSE) पाठ्यक्रम में छत्रपति शिवाजी महाराज का इतिहास शामिल करने की मांग की है। उन्होंने यह आग्रह छत्रपति शिवाजी महाराज के ३५२वें राज्याभिषेक समारोह के अवसर पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को एक पत्र लिखकर किया। वायकऱ ने कहा कि १६७४ में स्थापित ‘स्वराज्य’ न केवल मराठा साम्राज्य की नींव का प्रतीक था, बल्कि उस समय के साहसी योद्धा, कुशल प्रशासक और दूरदर्शी शासक शिवाजी महाराज ने नेतृत्व, देशभक्ति एवं सामाजिक एकता की मिसाल प्रदान की।

पत्र में वायकऱ ने यह भी कहा कि शिवाजी महाराज का शासन-तंत्र आज भी हमें सार्वजनिक कल्याण, आत्मनिर्भरता और पध्दतिगत प्रशासन के आदर्श सिखाता है। उनका मानना है कि CBSE पाठ्यक्रम में उनका समावेश छात्रों को भारतीय ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत से गहराई से परिचित कराएगा ।

इसके अलावा, वायकऱ ने पाठ्यक्रम में पूर्व में शामिल अन्य ऐतिहासिक व्यक्तित्वों की सराहना करते हुए सुझाव दिया कि शिवाजी महाराज की उपलब्धियों को उचित स्थान मिलना चाहिए। उन्होंने आग्रह किया कि आगामी शैक्षणिक वर्ष से इनके इतिहास को कक्षा पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए ताकि नई पीढ़ी उनकी विरासत को सम्मानपूर्वक समझ सके ।

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