ओडिशा के बालासोर के फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज में एक 20 वर्षीय बी.एड छात्रा ने कथित यौन उत्पीड़न की शिकायत के बाद आत्मदाह की कोशिश की, और अंततः भर्ती के 60 घंटे बाद इलाज के दौरान मुंबई के AIIMS भुबनेश्वर में उसकी मौत हो गई।
आत्मदाह से पहले छात्रा ने सोशल मीडिया पर भी चेतावनी दी थी: “If I don’t get justice, I will commit suicide.”। उसके पिता ने दावा किया कि कॉलेज प्रशासन और शिक्षक मिलकर उससे झूठा इन्क्वायरी दबवाने की साजिश रच रहे थे ।
एक समिति (ICC) ने आरोपी HOD शिक्षकोम्मनर समीर साहू को ट्रांसफर करने की सलाह दी थी, लेकिन कॉलेज ने उसे कार्यस्थल स्थानांतरित नहीं किया। इसके बाद शिक्षक और प्रिंसिपल दोनों को गिरफ्तार व निलंबित किया गया ।
UGC ने चार सदस्यीय तथ्य‑जांच समिति गठित की है, जिसने आत्मदाह के कारणों, कॉलेज प्रशासन की भूमिका और शिकायत प्रक्रिया की जांच शुरू कर दी है। ओडिशा सरकार भी समर्थन में मेडिकल खर्च वहन और हाई‑लेवल जांच की बात कह रही है ।