छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित कर्रगुट्टालु पहाड़ियों में सुरक्षा बलों ने ‘ऑपरेशन ब्लैक फॉरेस्ट’ के तहत 21 दिनों तक चले एक बड़े अभियान में 31 कुख्यात नक्सलियों को मार गिराया। इनमें से 28 की पहचान हो चुकी है, जिन पर कुल ₹1.72 करोड़ का इनाम था। यह अभियान 11 मई 2025 को संपन्न हुआ और इसे भारत में अब तक का सबसे बड़ा नक्सल विरोधी अभियान माना जा रहा है।
इस ऑपरेशन में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और छत्तीसगढ़ पुलिस ने मिलकर कार्य किया। सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के कई हथियार निर्माण इकाइयों और 216 ठिकानों को ध्वस्त किया, साथ ही 450 से अधिक आईईडी को निष्क्रिय किया। इस दौरान 18 सुरक्षाकर्मी घायल हुए।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस सफलता को ‘लाल आतंक’ के अंत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि अब उन पहाड़ियों पर तिरंगा लहरा रहा है, जो कभी नक्सलियों के गढ़ थे। इस अभियान ने नक्सलियों के कमांड स्ट्रक्चर को तोड़ दिया है और उनके नेटवर्क को कमजोर किया है। सरकार का लक्ष्य मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करना है।