मणिपुर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने प्रदेश के कई इलाकों में तबाही मचा दी है। तेज बारिश के कारण नदियां उफान पर आ गईं और व्यापक बाढ़ की स्थिति बन गई। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक 19,000 से अधिक लोग इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए हैं जबकि 3,365 घर पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो चुके हैं।
बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में संपर्क टूट गया है और आवागमन मुश्किल हो गया है। स्थानीय प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है। कई स्थानों पर राहत शिविर बनाए गए हैं जहां बाढ़ प्रभावितों को भोजन, पानी और चिकित्सा सहायता प्रदान की जा रही है।
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और बेवजह घरों से बाहर निकलने से बचने की अपील की है।
मणिपुर के मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और प्रभावितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया। इस आपदा ने प्रदेश की कृषि, सड़क और आधारभूत संरचना को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है। राहत कार्य जारी है और भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए दीर्घकालिक योजना बनाने पर जोर दिया जा रहा है।