विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में “Operation Sindoor” पर बयान देते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने दावा किया कि पूर्व UPA सरकार ने पाकिस्तान‑कब्ज़ा वाले जम्मू एवं कश्मीर (PoK) को छोड़ दिया, जिससे पाक-चीन गठजोड़ (nexus) को बल मिला। उनका कहना था कि यह गठजोड़ UPA काल में ही स्पष्ट था और तब से राजनैतिक दृष्टिकोण में गंभीर भूल हुई।
जयशंकर ने विपक्षी नेताओं—विशेषकर राहुल गांधी और जयराम रमेश—पर चुटकी लेते हुए कहा कि उन्हें ‘China Guru’ कहा जाना चाहिए क्योंकि वे चीन के पक्ष में प्रचार करते रहे। उन्होंने हकीकत यह उजागर की कि कुछ नेताओं की चीन पर अधिक निर्भरता लोकतंत्र एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चिंताजनक है ।
इसके अलावा, लोकसभा में उन्होंने पाकिस्तान-चीन सहयोग, भारत के UN में स्थायित्व और बढ़ते वैश्विक दबावों के प्रति भारत की तैयारियों पर भी विस्तार से प्रकाश डाला सम्पूर्ण वक्तव्य में Jaishankar ने भारत की विदेश नीति को सुदृढ़ करने पर जोर दिया और यह संदेश दिया कि भारत किसी प्रकार की मध्यस्थता पर निर्भर नहीं रहेगा।
उन्होंने Operation Sindoor और प्हालगाम आतंकी हमले जैसे हालिया घटनाक्रमों का हवाला देते हुए कहा कि सरकार दृढ़ता से आतंकवाद विरोधी नीतियों के साथ खड़ी है। इस भाषण ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए दृढ़ है और विपक्षी असफलताओं पर कटाक्ष भी किया गया।