चीन के विदेश मंत्री वांग यी आज (१८ अगस्त २०२५) भारत में दो-दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं, जहाँ वे पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और NSA अजीत डोवाल से मुलाकात करेंगे। उनकी यह यात्रा खास है क्योंकि यह सीमायों को स्थिर करने, विश्वास-निर्माण के उपायों और आर्थिक सहयोग बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
मुख्य वार्ता कार्यक्रम इस प्रकार है:
सोमवार शाम को 4:15 बजे दिल्ली में वांग यी का आगमन, उसके बाद 6 बजे जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता।
मंगलवार सुबह NSA डोवाल के साथ “विशेष प्रतिनिधियों की 24वीं बैठक” (SR वार्ता) जिसमें भारत-चीन सीमा विवाद, अग्रिम सैनिक संख्या, विश्वास-निर्माण उपाय, और सीमा-व्यापार जैसे मुद्दे शामिल हैं।
मंगलवार शाम को पीएम मोदी से मुलाकात—इसमें SCO सम्मेलन का एजेंडा और द्विपक्षीय संबंधों की दिशा पर चर्चा होगी।
यह दौर अहम इसलिए भी है क्योंकि भारत-अमेरिका के रिश्तों में ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए सख्त आयात करों (टैरिफ) की वजह से बढ़े तनाव के बीच, भारत और चीन के बीच बाहरी साझेदारी स्थिर करना भारत की विदेश नीति की रणनीतिक आवश्यकता बन गई है। यह यात्रा PM मोदी के SCO सम्मेलन में चीन की यात्रा के पहले संबंधों को कूटनीतिक रूप से मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।