ताजा हलचल

अलास्का में ट्रंप-पुतिन बैठक: भारत और अन्य रूस तेल खरीदारों के लिए 5 बड़े नतीजे

अलास्का में ट्रंप-पुतिन बैठक: भारत और अन्य रूस तेल खरीदारों के लिए 5 बड़े नतीजे

अलास्का में 15 अगस्त 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई बैठक से वैश्विक ऊर्जा बाजारों और विशेष रूप से भारत जैसे रूस से तेल आयात करने वाले देशों के लिए महत्वपूर्ण संकेत मिले हैं।

1. भारत पर अमेरिकी दबाव जारी
ट्रंप ने चीन के लिए रूस से तेल खरीदने पर तत्काल कोई अतिरिक्त शुल्क न लगाने की बात की, लेकिन भारत के लिए 25% अतिरिक्त शुल्क की योजना को स्थगित करने का कोई संकेत नहीं दिया, जिससे भारत की स्थिति अनिश्चित बनी रही।

2. रूस की ऊर्जा आपूर्ति में कोई बदलाव नहीं
बैठक के बावजूद, रूस की ऊर्जा आपूर्ति में कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं हुआ। यूरोप में आपूर्ति बाधित होने के बावजूद, रूस ने एशिया, विशेष रूप से भारत और चीन को निर्यात बढ़ाया है।

3. भारत के लिए रणनीतिक विकल्प
भारत को रूस से सस्ते तेल की आपूर्ति जारी रखने के लिए अमेरिकी दबाव का सामना करना पड़ रहा है। मोदी सरकार को इस स्थिति में अपने ऊर्जा सुरक्षा और व्यापारिक संबंधों के बीच संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण होगा।

4. अमेरिका की ऊर्जा स्वतंत्रता
अमेरिका की ऊर्जा स्वतंत्रता के कारण, रूस से आपूर्ति बढ़ने से उसे सीधे लाभ नहीं हो रहा है, जिससे वैश्विक ऊर्जा बाजारों पर सीमित प्रभाव पड़ा है।

5. बैठक के बाद की स्थिति
बैठक के बाद, ट्रंप ने चीन के लिए रूस से तेल खरीदने पर अतिरिक्त शुल्क लगाने की योजना को स्थगित कर दिया, लेकिन भारत के लिए स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है।

Exit mobile version