तमिलनाडु में कथित शराब घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 16 मई 2025 को राज्यभर में तामिलनाडु राज्य विपणन निगम (TASMAC) से जुड़े 10 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार के आरोपों के तहत की गई, जिसमें शराब आपूर्ति से जुड़े अधिकारियों और एजेंटों के परिसरों को निशाना बनाया गया। ED ने पहले मार्च में भी इसी मामले में छापेमारी की थी, जिसमें 1,000 करोड़ रुपये की अवैध लेन-देन और आपूर्ति आदेशों में धांधली का आरोप लगाया गया था।
ED ने आरोप लगाया कि TASMAC अधिकारियों और डिस्टिलरी कंपनियों के बीच रिश्वतखोरी, टेंडर प्रक्रिया में हेरफेर और बोतल की कीमतों में अनधिकृत वृद्धि के मामले उजागर हुए हैं। इसमें वरिष्ठ IAS अधिकारी एस. विश्वकन, जो TASMAC के प्रबंध निदेशक हैं, से पूछताछ की गई है।
इस मामले में फिल्म निर्माता आकाश के आवास पर भी छापेमारी की गई है। तमिलनाडु सरकार ने ED की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए अदालत में चुनौती दी थी, लेकिन मद्रास उच्च न्यायालय ने ED की जांच को वैध ठहराया है।
यह घोटाला राज्य की शराब नीति, सरकारी खजाने और राजनीतिक प्रतिष्ठा के लिए गंभीर चुनौती बन गया है।