पंजाब में नशे के खिलाफ लड़ाई को जन आंदोलन का रूप देते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज जालंधर के फिल्लौर से ‘नशा मुक्ति यात्रा’ की शुरुआत की। यह यात्रा राज्य के हर गांव और वार्ड तक पहुंचेगी, जहां लोग सामूहिक रूप से शपथ लेंगे कि वे नशा नहीं करेंगे, नशा बेचने नहीं देंगे और नशा पीड़ितों को इलाज के लिए प्रेरित करेंगे।
अरविंद केजरीवाल ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “पिछले ढाई महीनों में पंजाब पुलिस और सरकार ने नशा तस्करों पर बड़ा प्रहार किया है। लेकिन अब यह लड़ाई जन आंदोलन बनेगी।”
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने के लिए राज्य सरकार ने विशेष हेल्पलाइन शुरू की है, जिस पर नागरिक गोपनीय रूप से नशा तस्करी की जानकारी दे सकते हैं। साथ ही, नशा छोड़ने की इच्छा रखने वालों के लिए राज्यभर में इलाज और पुनर्वास केंद्रों की व्यवस्था को और मज़बूत किया गया है।
‘नशा मुक्ति यात्रा’ का उद्देश्य केवल नशा रोधी जागरूकता नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक माहौल बनाना है। इस दौरान हर गांव और वार्ड में सामूहिक रूप से शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किए जाएंगे, जहां स्थानीय लोग नशा मुक्त समाज की शपथ लेंगे।