रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 28 अप्रैल 2025 को यूक्रेन में चल रहे युद्ध के संदर्भ में 8 से 10 मई तक तीन दिवसीय एकतरफा संघर्षविराम की घोषणा की। यह निर्णय सोवियत संघ की नाजी जर्मनी पर विजय की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर लिया गया है। रूस ने इसे मानवीय कारणों से लिया गया कदम बताया है।
क्रेमलिन के अनुसार, यह संघर्षविराम 8 मई की मध्यरात्रि से शुरू होकर 10 मई की मध्यरात्रि तक प्रभावी रहेगा। रूस ने यूक्रेन से भी इस संघर्षविराम का पालन करने की अपील की है। यदि यूक्रेन इसे उल्लंघित करता है, तो रूस की सशस्त्र सेनाएं “उचित और प्रभावी” प्रतिक्रिया देने की चेतावनी दी गई है।
यूक्रेन ने इस प्रस्ताव पर संदेह व्यक्त किया है। यूक्रेनी विदेश मंत्री एंड्री सिबीहा ने कहा है कि यदि रूस वास्तव में शांति चाहता है, तो उसे तुरंत एक वास्तविक और लंबी अवधि का संघर्षविराम लागू करना चाहिए। उन्होंने 30 दिनों के संघर्षविराम की मांग की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी रूस के इस कदम पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने इसे पर्याप्त नहीं बताया और स्थायी संघर्षविराम की आवश्यकता पर बल दिया है। व्हाइट हाउस ने रूस के हालिया हमलों की आलोचना की है और शांति समझौते की दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की है।