केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार, 11 अगस्त 2025 को विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन के सांसदों द्वारा चुनाव आयोग (EC) के दफ्तर तक मार्च करने के प्रयास पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “देख लिया, विपक्ष अब सुधरने वाला नहीं है।” रिजिजू ने विपक्षी नेताओं पर संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के बजाय संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि Special Intensive Revision (SIR) एक संवैधानिक प्रक्रिया है, जिसे चुनाव आयोग स्वतंत्र रूप से करता है, और इस पर चर्चा नहीं की जा सकती।
रिजिजू ने विपक्षी नेताओं के संसद की कार्यवाही में व्यवधान डालने और बिना अनुमति के मार्च करने की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों का यह कदम लोकतंत्र की मर्यादा के खिलाफ है और इससे संस्थाओं की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं।
इससे पहले, विपक्षी दलों के नेताओं ने बिहार में मतदाता सूची में कथित गड़बड़ी के खिलाफ विरोध जताने के लिए संसद से चुनाव आयोग के दफ्तर तक मार्च किया था। पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया और कई नेताओं को हिरासत में लिया।
रिजिजू के बयान ने विपक्षी दलों के खिलाफ सरकार की कड़ी स्थिति को स्पष्ट किया है और आगामी संसद सत्र में राजनीतिक गतिरोध की संभावना को बढ़ा दिया है।