उत्तराखंड में बर्ड फ्लू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जिम कॉर्बेट और आसपास के क्षेत्रों में पोल्ट्री फार्मों में बर्ड फ्लू के कारण अब तक लगभग 3200 मुर्गियों की मौत हो चुकी है। अधिकारियों ने मृत मुर्गियों के सैंपल जांच के लिए भेजे हैं और प्रभावित फार्मों में कड़े निगरानी उपाय लागू कर दिए हैं।
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में कोविड जैसी सावधानियाँ लागू की गई हैं। पर्यटकों को प्रवेश के लिए सैनिटाइजेशन अनिवार्य किया गया है, और कर्मचारियों को पीपीई किट पहनने की निर्देशित किया गया है। पार्क के अंदर सफाई और दूरी बनाए रखने के नियम कड़ाई से लागू हैं।
बर्ड फ्लू के मामलों को देखते हुए क्षेत्र में सार्वजनिक और पशुपालन संबंधी गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। बागेश्वर और पिथौरगढ़ में भी सैंपल लिए गए हैं और जांच जारी है। प्रशासन ने लोगों से आग्रह किया है कि वे संक्रमित या मृत पक्षियों के संपर्क में न आएं और अपने पालतू पक्षियों को सुरक्षित स्थान पर रखें।
विशेषज्ञों का कहना है कि बर्ड फ्लू का प्रभावी नियंत्रण और समय पर चेतावनी लोगों और पशुपालन उद्योग की सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है।